अपने जीवन की बैलगाड़ी कभी तो हांक करो
अपने जीवन की बैलगाड़ी कभी तो हांका करो ।
अपने जीवन की बैलगाड़ी कभी तो हांका करो ,
कभी तुम भी भूखे रहो कभी तो फांका करो ।
कहते हो सभी से एसे नही , अरे ! इसे वैसे करो ।
छोडो दोस्तों अपने भी अंदर कभी तो झाँका करो ।
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