मजहब
दोस्तों ,
यह ठीक है कि मजहब हमारी चेतना का बहुत गहरा हिस्साहै , लेकिन इसके दुरूपयोग और किसी भी धर्म के उग्र पंथियों
को इसके नाम पर देश और जनता को बंधक बनाने की अनुमति
नही दी जा सकती , क्योंकि सवाल सिर्फ नैतिकता और वैधानिकता
का ही नही बल्कि भारतीय राज्य के भविष्य का भी है ।
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