Breaking News
recent

अब भी तुम न जागो तो जमाना क्या कहेगा

दे रहा आदमी का दर्द अब आवाज दर - दर




दे रहा आदमी का दर्द अब आवाज दर-दर ,
तुम न जागो तो कहो जमाना क्या कहेगा ,
जब बहररों का नीलाम पतझर कर रहा है ,
तुम नही फिर भी उठे तो आशियाना क्या कहेगा,
वक्त की तकदीर स्याही से, लिखी जाती नही है ,
खून में कलम डुबोने का जमाना आ गया है ,
बदतमीजी कर रहे है आज फिर भौरे चमन में ,
जागो आंधी उठाने को जमाना आ गया है ।।

कोई टिप्पणी नहीं:

'; (function() { var dsq = document.createElement('script'); dsq.type = 'text/javascript'; dsq.async = true; dsq.src = '//' + disqus_shortname + '.disqus.com/embed.js'; (document.getElementsByTagName('head')[0] || document.getElementsByTagName('body')[0]).appendChild(dsq); })();
i love me dosti. Blogger द्वारा संचालित.