Breaking News
recent

निरीह प्राणी की बलि

निरीह प्राणी की वली





विचार या सोच की वह धारा जो किसी भी मनुष्य को
जिस किसी भी कारण से किसी दूसरे निरीह प्राणी की 
जान लेने के लिये उकसाती है , इस उकसावे में उसे 
किसी शौर्य या किसी शुभ की पूर्ति की एहसास कराती 
है वह सिर्फ घृणित पाश्विकता और निंदनीय अमानवीयता
की ही प्रतीक हो सकती है किसी बड़े उदेश्य की नही ।
जो धर्म समूह , जो मजहब के नाम पे , जो जाती वर्ग और
जो राजनितिक कर्मी ऐसी घटनाओं में भी अपने किसी उदेश्य
की पूर्ति देखते है उन्हें आदमखोर जानवर कहना भी जानवर
का अपमान है ।

कोई टिप्पणी नहीं:

'; (function() { var dsq = document.createElement('script'); dsq.type = 'text/javascript'; dsq.async = true; dsq.src = '//' + disqus_shortname + '.disqus.com/embed.js'; (document.getElementsByTagName('head')[0] || document.getElementsByTagName('body')[0]).appendChild(dsq); })();
i love me dosti. Blogger द्वारा संचालित.